Indicators on Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana You Should Know
जब हमें डर लगता है वास्तव में उसके पीछे कोई न कोई कारण जरूर होता है एक आम रूप में डर (भय) लगना स्वाभाविक है जिसे बच्चे, बूढ़े, नवजवान यहां तक अन्य जीव-जंतुओं में भी डर की प्रतिक्रियाए देखने को मिलती है
अगर आप इंटरव्यू से डरते हैं, तो मॉक इंटरव्यू ज़रूर करें।
पर इस चीज़ की गारंटी है की वो इन पैसों से कभी खुश और निर्भीक नहीं रह पायेंगे.
अपनी कल्पना का प्रयोग शांत होने के लिए करें, खुद को डराने के लिए नहीं।
ये कुछ ख़ास और जरूरी डर दूर करने के तरीके हैं जिनका ख्याल रखना बहुत ही जरूरी है.
यहां एक बात समझने लायक है कि डर का वास्तविकता से कोई संबंध नहीं है मगर खतरा, खतरे का होना वास्तविक है। उदाहरण के लिए यदि आप जंगल में फस जाते हैं वहां जंगली जानवर आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं यह बिल्कुल सत्य है लेकिन किसी जानवर ने अभी तक आपको नुकसान नहीं पहुंचाया यह भी सच्च हैं इसलिए अपने डर और खतरे में फर्क करना जरूर सीखें
यदि आप हमेशा सोचते हैं तो सबसे पहला कदम सक्रत्मकता हैं
मिलियन फॉलोअर्स नहीं हुए तो दे दी जान, मिशा अग्रवाल की बहन ने दिखाया सोशल मीडिया का डार्क साइड
हमेशा सकारात्मक रहते हुए ज़िन्दगी को बिताएं. बुरा किसके साथ नहीं होता? सबके साथ होता है. सुख दुःख सबके जीवन में चलते रहते हैं.
एम.बी.ए. के छात्र साहिब सिंह ने बताया कि एम.बी.ए. की परीक्षा के समय ध्यान-साधना उनके लिए जीवन रक्षक की तरह साबित हुई। हर परीक्षा से पहले उनको यही डर होता था कि जो पढ़ा है सब भूल जाएंगे। साहिब सिंह का यही सवाल था कि अपने मन से डर को कैसे निकालें। इसके लिए उन्होंने ध्यान-साधना का सहारा लिया।
मोबाइल ऐप्स जो डर कम करने में मदद करते हैं
गहरी साँस लेने के की एक्सरसाइज करें। अपनी साँस पर ध्यान केंद्रित करें, और अपनी सांसों को गिनना शुरू करें: चार सेकंड के लिए साँस लें click here और फिर चार सेकंड के लिए साँस छोड़ें। जब ये आपको सहज महसूस होने लगे, तो इसे छह सेकंड तक बढ़ाएँ।
उत्तर: नहीं। डर से भागने की बजाय उसका सामना करना ही समाधान है।
इसी भावना को डर कहते हैं. इसीलिए हम ऐसी चीज़ों से, लोगों से और मुसीबतों से बचना चाहते हैं, जिनसे हमें डर महसूस होता है.